*CAA, NRC को लेकर दिल्ली के यमुनापार में दो-तीन जगह सोमवार को हिंसा हुई। नागरिकता कानून के पक्ष और विपक्ष में रहे लोगों ने मौजपुर, जाफराबाद और भजनपुरा सरीखे इलाकों में एक दूसरे पर पत्थरबाजी, जबकि सार्वजनिक संपत्तियों को भी निशाना बनाया और उनमें आगजनी की।*
इस दौरान गोकुलपुरी इलाके में भी झड़प हुई। दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्सटेबल रतन लाल समेत दो लोगों की जान चली गई, जबकि अन्य जगहों पर शाहदरा के डीसीपी समेत कुल 37 पुलिसकर्मी जख्मी हुए।
लाल, राजस्थान के सीकर जिला निवासी थे। 1998 में वह दिल्ली पुलिस में बतौर कॉन्सटेबल भर्ती हुए थे। वह गोकुलपुरी में एसीपी पद पर कार्यरत थे, जबकि परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं।
दरअसल, सीएए के समर्थन और विरोध के दौरान दोनों पक्षों की ओर से ईंट-पत्थर फेंके गए। चार पहिया और दो पहिया वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। यही नहीं उपद्रवियों ने कुछ दुकानों को भी नुकसान पहुंचाया। ऐहतियात के तौर पर खजूरी खास में भी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया।
इसी बीच, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी ने बताया कि दिल्ली में कानून और न्याय व्यवस्था बरकरार रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
वहीं, जीटीबी अस्पताल के अधिकारी के हवाले से समाचार एजेंसी ANI ने बताया कि जाफराबाद मे हिंसा के दौरान 20 से अधिक जख्मी लोग हुए, जिनका इलाज फिलहाल Guru Teg Bahadur Hospital में हो रहा है। ये सभी कैजुअल्टी वॉर्ड में रखे गए हैं, जहां उन्हें गंभीर चोटें आई हैं।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 143, 147, 148, 149, 186, 353, 332, 120B और 34 के तहत इंद्राणी, देविका, सुनीता, पूजा, अजरा, महनुमा, शबाना, यास्मीन, सबीना, हैदर, सलाउद्दीन, अबिद, सलमान, जाहिद, मुन्ना, वसीम, गौरी, नईम, वकार, रहमान और अन्य के खिलाफ रविवार को मालवीय नगर में हुई घटना के संबंध में केस दर्ज हुआ है capacity news