क्रोना से बचने के देसी उपाय
● *कच्ची प्याज़ खूब खाय* प्याज में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाया जाता है. इसके अलावा इसमें एंटी-एलर्जिक, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण भी होते हैं.
प्याज में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, बी6, बी-कॉम्प्लेक्स और सी भी पाया जाता है. प्याज में आयरन, फोलेट और पोटैशियम जैसे खनिज भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं. प्याज सल्फ्यूरिक कंपाउंड्स और फ्लेवोनॉएड्स का खजाना होता है.
● *सुबह खली पेट लहसुन की दो कली खाय*
लहसुन एंटी-वायरल, एंटी-फंगल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। इसमें एलीसीन (Allicin) और दूसरे सल्फर यौगिक मौजूद होते हैं। साथ ही लहसुन में एजोइन (ajoene) जैसा तत्व और एलीन (allein) जैसा यौगिक भी मौजूद होता है, जो लहसुन को और ज्यादा असरदार औषधि बना देता हैं।
● *कलौंजी का शहद के साथ सेवन सुबह शाम*
कलौंजी में कई आवश्यक लवण और पोषक तत्व होते हैं. आयरन, सोडियम, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर कलौंजी कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने में बहुत फायदेमंद है. इसमें कई तरह के अमीनो एसिड और प्रोटीन भी होते हैं.और शहद एक लेकिन फायदे इतने कि आप रह जाएंगे दंग, कैंसर के इलाज में भी गुणकारी हे शहद में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन ए, बी, सी, आयरन, मैगनीशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम आदि गुणकारी तत्व होते हैं। यह कार्बोहाइड्रेट का भी प्राकृतिक स्रोत है, इसलिए इसके सेवन से शरीर में शक्ति, स्फूर्ति और ऊर्जा आती है और यह रोगों से लड़ने के लिए शरीर को शक्ति देता है।
हाल में हुए रिसर्च में कुछ लोगों को एंटी वायरल क्रीम और कुछ लोगों को शहद का प्रयोग करने को दिया गया। नौ दिन तक चले इस रिसर्च में पाया गया कि होठ पर क्रीम की तरह शहद का इस्तेमाल करने वालों को एंटी वायरल क्रीम के मुकाबले काफी ज्यादा फायदा हुआ। इतना ही नहीं शहद का असर, एंटी वायरल क्रीम के मुकाबले काफी ज्यादा समय तक बरकरार रहा।
● *जेतुंन के तेल को नाक में लगाय* जेतून के तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन E और K होता हे। इसमें लैक्सटिव और इन्फ्लेमेटरी गुण आपकी इस प्रॉब्लम को दूर करते हैं।विषैले पदार्थ निकालकर लिवर और पित्ताशय को स्वस्थ रखता है। इससे साथ ही यह शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है capacitynewspaper@gmail.com