वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों ने उड़ाए चौके-छक्‍के* *आईपीएस कॉनक्‍लेव के तहत हुआ महत्‍वपूर्ण क्रिकेट मैच*

*वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों ने उड़ाए चौके-छक्‍के*


*आईपीएस कॉनक्‍लेव के तहत हुआ महत्‍वपूर्ण क्रिकेट मैच*


भोपाल, 19 फरवरी 2020/ आईपीएस कॉनक्‍लेव-2020 के तहत खेले गए मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों ने खूब चौके-छक्‍के उड़ाए। साथ ही बेहतरीन क्षेत्ररक्षण कर यह साबित किया कि शारीरिक रूप से भी मध्‍यप्रदेश पुलिस पूरी तरह चुस्‍त-दुरुस्‍त है। अपने अनूठे अंदाज में टेनिस बॉल से यह मैच खेला गया। एक टीम का नेतृत्‍व मध्‍यप्रदेश पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह ने किया और दूसरी टीम अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक प्रबंध श्री डी.श्रीनिवास राव की कप्‍तानी में मैदान में उतरी। मैच अत्‍यंत रोमांचक रहा, जिसका फैसला आखिरी गेंद पर हुआ। आईपीएस टीमों के बीच हुए आठ-आठ ओवर के इस क्रिकेट मैच में हर बल्‍लेबाज को 6 गेंद व गेंदबाज को एक-एक ओवर फेंकने का अवसर मिला। आईपीएस एसोसिएशन के अध्‍यक्ष एवं विशेष पुलिस महानिदेशक श्री विजय यादव भी इस मैच के साक्षी बने।


पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह ने जोरदार बल्‍लेबाजी की और उन्‍होंने दो शानदार चौके जड़े। मगर वे अपनी टीम को हार से नहीं बचा सके। पहले बल्‍लेबाजी करने उतरी उनकी टीम ने जीत के लिए 90 रन का लक्ष्‍य रखा। एम्‍पायर द्वारा वाइड घोषित की गई आखिरी गेंद की बदौलत एडीजी श्री डी श्रीनिवास राव की टीम ने यह लक्ष्‍य हासिल किया।


विजयी टीम के खिलाड़ी पुलिस महानिरीक्षक योजना श्री योगेश चौधरी को मेन ऑफ द मैच घोषित किया गया। उन्‍होंने अपने कोटे की 6 गेदों पर तीन छक्‍के व एक चौके की बदौलत 26 रन जुटाए। सर्वश्रेष्‍ठ बल्‍लेबाज का खिताब सहायक पुलिस महानिरीक्षक एसएएफ श्री आशुतोष प्रताप सिंह के नाम रहा। उन्‍होंने 6 गेदों पर तीन चौके और एक गगन भेदी छक्‍का लगाकार 20 रन बनाए। सर्वश्रेष्‍ठ गेंदबाज कटनी के पुलिस अधीक्षक श्री ललित शाक्‍यवार रहे, उन्‍होंने अपनी टीम के लिए दो विकेट लेकर मैच को रोमांचक बना दिया। अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक शिकायत श्री विपिन माहेश्‍वरी को अच्‍छे क्षेत्ररक्षण के लिए खूब वाहवाही मिली। इनके अलावा आईजी रेल श्री जयदीप प्रसाद ने 11, एसपी रीवा श्री आबिद खान ने 20, डीआईजी भोपाल शहर श्री इरशाद वली व आईपीएस श्री आदित्‍य सिंह ने 14, एसपी श्री गौरव राजपूत ने 11 एवं कमांडेट 25 वी वाहिनी श्री मनोज सिंह ने अपनी-अपनी टीम के लिए महत्‍वपूर्ण योगदान दिया।


इन टीमों में इनके अलावा अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक श्री रवि कुमार गुप्‍ता, श्री अनिल कुमार व श्री डी.सी.सागर व डीआईजी डॉ. आशीष तथा श्री आगम जैन, श्री निमिष अग्रवाल, राजेश सिंह चंदेल सहित अन्‍य आईपीएस अधिकारियों ने भी गेंद व बल्‍ले से हाथ आजमाए।


capacity news


Popular posts
<no title>*ब्रेकिंग* भोपाल कलेक्टर का आदेश। केंद्र द्वारा दी गयी राहत का भोपाल में नहीं होगा असर। केंद्र ने दी है दुकानें खोलने की छूट। राज्यों को दिए हैं दुकान खोलने के मामले में फैसला लेने का अधिकार। भोपाल कलेक्टर ने आज आदेश जारी करके कहा कि 3 मई तक कोई छूट नहीं रहेगी। 3 मई के बाद समीक्षा करके आगे का फैसला लिया जाएगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश के तबलीगी जमात के जिम्मेदारों ने कराई COVID-19 की जांच जांच के लिए स्वयं पहुंचे जेपी अस्पताल जांच कराने पहुंचे जिम्मेदारों की रिपोर्ट आई नेगेटिव जमात के मध्यप्रदेश के जिम्मेदार खुसरो मोहम्मद खान साहब, इक़बाल हफीज़ साहब ने की आवाम से अपील जांच कराने और प्रशासन का सहयोग करने की कही बात आवाम से कहा- एहतियात बरतें जो लोग दिल्ली या बाहर गए हैं वो तुरंत ही प्रशासन को दें इत्तेला और कराएं जांच
मध्यप्रदेश युवक कॉंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैय्यद सऊद हसन द्वारा जारी किया गया Facebook Post काफ़ी चर्चा का विषय बन गया है। इस में उन्होंने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का लापता होने की बात कही है। इंगलैंड की De. Montfort University Students Union (डि. मॉंट्फ़ोर्ट यूनिवर्सिटी छात्र संघ) के उपाध्यक्ष (वाइस प्रेज़िडेंट) रह चुके इस युवा नेता ने बताया कि भोपाल सांसद लगातार ग़ायब हैं और इस कोरोना महामारी की मार झेल रहे भोपाल जिसने उन्हें सांसद बनाया उस शहर की उन्हें कोई चिंता नहीं। जहाँ एक तरफ़ कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह लगातार मध्यप्रदेश की जनता के भलाई का काम कर रहे हैं वही दूसरी तरफ़ प्रज्ञा ठाकुर जैसी नेता का कोई अता पता नहीं है। अंत में सैय्यद सऊद हसन ने कहा भोपाल की जनता ऐसे नेताओं को कभी माफ़ नहीं करेगी और सही समय आने पर सबक़ सिखाएगी
Image
एल बी एस हॉस्पिटल पर इलाज न करने का आरोप 
कुदरत का कहर भी जरूरी था साहब हर कोई खुद को खुदा समझ रहा था। जो कहते थे,मरने तक की फुरसत नहीं है वो आज मरने के डर से फुरसत में बेठे हैं। माटी का संसार है खेल सके तो खेल। बाजी रब के हाथ है पूरा साईंस फेल ।। मशरूफ थे सारे अपनी जिंदगी की उलझनों में,जरा सी जमीन क्या खिसकी सबको ईश्वर याद आ गया ।। ऐसा भी आएगा वक्त पता नहीं था, इंसान डरेगा इंसान से ही पता नहीं था