निराली शाम अपनी।*   *निराली शान रखते हैं ।।*   *दिल में ना हम ईरान रखते हैं*   *ना पाकिस्तान रखते हैं ।*   *ऊपर वाला जानता है* ।  *दिल में हिंदुस्तान रखते हैं ।

*निराली शाम अपनी।* 
 *निराली शान रखते हैं ।।* 
 *दिल में ना हम ईरान रखते हैं* 
 *ना पाकिस्तान रखते हैं ।* 
 *ऊपर वाला जानता है* ।
 *दिल में हिंदुस्तान रखते हैं ।।*
हिंदुस्तान में रहने का मजा ही कुछ और है, यह ऐसा मुल्क है जहां पर पंडित जी अपने स्कूटर पर मौलाना को बैठाकर ले जाते हैं, सुबह की नमाज फजर में जब मौलाना लेट हो जाते हैं ,पंडित जी मौलाना को  बैठाकर मस्जिद तक छोड़ते हैं और बोलते हैं मेरी आरती में अभी 15 मिनट का समय है , तुम्हारी अजान का समय होने वाला है चलो पहले तुम  अज़ान दे दो , मैं मंदिर पहुंचकर आरती शुरू कर दूंगा । हमारे मुल्क में अजान एवं आरती की आवाज गूंजती है , सड़कों पर गणेश जी की झांकी  और मोहर्रम की सवारी  एक-दो दिन के अंतर में निकलती है । सड़कों पर एक तरफ केसरिया गुलाल तो दूसरी तरफ हरा गुलाल उड़ता है । 
इस देश में हिंदू मुसलमान फूल और खुशबू की तरह है ,अगर हिंदू फूल है, तो मुसलमान खुशबू है फूल और खुशबू को जुदा नहीं कर सकते, अगर फूल में खुशबू ना हो तो फूल किसी काम का नहीं । पर अंग्रेज जो हिंदू मुसलमान के नफरत का बीज रोप कर गए थे ,अब 72 साल के बाद फसल पक गई है ,और सत्ताधारी इस फसल को काटने में जुट गए हैं । भारत में आजादी के बाद ऐसा माहौल  निर्मित नहीं हुआ था, जो आजकल देखने को मिल रहा है ।
देश का मुसलमान अपने आप को बेगाना सा महसूस कर रहा है । उसके दिल में यह बात अक्सर आती है। 
 समझ में कुछ नहीं आता यहां पर हुक्मरान कौन है ।* 
 *सियासत कौन करता है ।* 
             *और* 
 *हुकूमत कौन करता है ।* 
ऐसा नहीं है , मुसलमान देशभक्त नहीं है सभी समाजों एवं जातियों में अच्छे बुरे लोग होते हैं, मुट्ठी भर बुरे लोगों की वजह से पूरी जाति को गद्दार कहकर आकलन करना गलत है । कांग्रेस के कुछ नेताओं ने हिंदू जाति के लोगों के ऊपर भी उंगली उठाई थी ,और उनको एक नया नाम दिया भगवा आतंकी ऐसा कहना गलत है । जैसे मैंने पहले भी कहा  मुट्ठी भर गलत लोगों से पूरी जाति गलत नहीं होती । यूं तो बहुत सारे नेताओं के ऊपर भी उंगलियां उठी किसी का नाम दंगा भड़काने के नाम पर आया ,किसी का नाम ब्लास्ट में आया आज यह नेता राजनीति की रोटियां सेक रहे हैं । अगर इनकी जगह किसी आम भारतीय का नाम आता तो शायद वे जीवन भर जेल की कालकोठरी में अपना जीवन व्यतीत करता। 
अटल जी की सरकार भी भाजपा की सरकार थी, जब इस तरह का माहौल क्यों नहीं था । उस समय भारत में शांति थी हिंदू मुसलमान सब साथ मिलकर रहते थे , मोदी जी जब पहली बार प्रधानमंत्री बने पिछले 5 वर्ष अगर हम देखें भारत का माहौल बहुत अच्छा रहा मेक इन इंडिया ,स्वच्छ भारत जैसे मुद्दों पर सरकार ने काम किया और कामयाब भी रही फिर क्या वजह हुई मोदी जी की इस पारी में भारत देश में हिंदू मुसलमानों के बीच फासला बढ़ता गया । 
मैं भारत के मुसलमानों के लिए कुछ लाइने लिख रहा हूं । 
 *तुम ही कसूरवार नहीं तर्क ए वफा  में , मेरा भी है कुसूर तेरी* *बेरुखी के साथ ।* 
भारत का माहौल बहुत अच्छा चल रहा था इतने बड़े बड़े फैसले लिए गए उसके खिलाफ कोई भी सड़कों पर नहीं निकला चाहे तीन तलाक का मामला हो या राम मंदिर का या 370 धारा हटाने का
जब माहौल इतना अच्छा था सरकार क्यों को लेकर आई एनआरसी , सी ए ए , एन पी आर
या सरकार इन चीजों को आम जनता को समझा नहीं पा रही या जो जनता सोच रही है वह ठीक है। अगर किसी देश के युवा सड़कों पर आ जाए ,यह स्थिति देश के लिए ठीक नहीं आजकल पूरे भारत में सभी धर्म के युवा सड़कों पर उतरे हुए हैं ,चाहे जामिया हो यह जेएनयू या बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के छात्र ।
भारतीय राष्ट्र राज्य के निर्माण में हिंदुओं के साथ मुसलमानों का भी योगदान रहा है।  मुल्क की संस्कृति एवं सभ्यता के स्वरूप में भी बदलाव आए और एक साझी संस्कृति का निर्माण हुआ। जंगे-आजादी में केवल हिंदुओं ने ही नहीं बल्कि मुसलमानों ने भी अपनी कुर्बानियां दीं। लेकिन आज कुछ  विशेषकर टीवी चैनल मुसलमानों को गद्दार और देशद्रोही सिद्ध करने पर तुले हैं। शायद टीवी चैनल वालों ने आजादी के इतिहास को ठीक से नहीं पढ़ा है। कुछ दिक्कतें इतिहासकारों की भी रहीं। उन्होंने मुसलमानों के योगदान को उस तरह रेखांकित नहीं किया जितना इनका योगदान था । 
 *जंगे आजादी में यूं तो हजारों* *मुसलमानों ने अंग्रेजो के* *खिलाफ लोहा लिया इसमें* *कुछ स्वतंत्रता संग्राम* *सेनानी जिन्होंने तन मन धन एवं* *अपनी जान लगा दी भारत* *माता को आजाद करवाने में ,* 
अंत में बस मैं यही कहना चाहूंगा
 *हमारे बुजुर्गों ने भी दी आजादी में* *कुर्बानी अपनी।* 
 *हमें गद्दार मत कहना , हम भी दिल में हिंदुस्तान रखते हैं CAPACITY NEWS


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