नागपुर आर एस एस के गढ़ में हारी बीजेपी*: भारतीय जनता पार्टी को नागपुर में जिला परिषद चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है

*नागपुर आर एस एस के गढ़ में हारी बीजेपी*: भारतीय जनता पार्टी को नागपुर में जिला परिषद चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गृह गांव धापेवाड़ा में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है। यहां से कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिली है। 31 सीटों के साथ कांग्रेस अभी तक सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।


महाराष्ट्र में बीजेपी से अलग होने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी संग सरकार बनाई है। ऐसे में अभी बीजेपी इस झटके से ऊबर भी नहीं पाई थी कि अब पार्टी को जिला परिषद के चुनाव हार का सामना करना पड़ा है। 31 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी को नागपुर में भी हार का सामना करना पड़ा है, जहां बीजेपी आमतौर मजबूत मानी जाती है। यही नहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गांव में भी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है।


जिला परिषद चुनाव: बताया जा रहा है कि अब तक के नतीजों के मुताबिक, 58 में से 31 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। जबकि बीजेपी के पास सिर्फ 14 सीटें आईं हैं। एनसीपी को 10, शिवसेना को 1 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली CAPACITY NEWS 


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<no title>*ब्रेकिंग* भोपाल कलेक्टर का आदेश। केंद्र द्वारा दी गयी राहत का भोपाल में नहीं होगा असर। केंद्र ने दी है दुकानें खोलने की छूट। राज्यों को दिए हैं दुकान खोलने के मामले में फैसला लेने का अधिकार। भोपाल कलेक्टर ने आज आदेश जारी करके कहा कि 3 मई तक कोई छूट नहीं रहेगी। 3 मई के बाद समीक्षा करके आगे का फैसला लिया जाएगा।
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मध्यप्रदेश युवक कॉंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैय्यद सऊद हसन द्वारा जारी किया गया Facebook Post काफ़ी चर्चा का विषय बन गया है। इस में उन्होंने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का लापता होने की बात कही है। इंगलैंड की De. Montfort University Students Union (डि. मॉंट्फ़ोर्ट यूनिवर्सिटी छात्र संघ) के उपाध्यक्ष (वाइस प्रेज़िडेंट) रह चुके इस युवा नेता ने बताया कि भोपाल सांसद लगातार ग़ायब हैं और इस कोरोना महामारी की मार झेल रहे भोपाल जिसने उन्हें सांसद बनाया उस शहर की उन्हें कोई चिंता नहीं। जहाँ एक तरफ़ कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह लगातार मध्यप्रदेश की जनता के भलाई का काम कर रहे हैं वही दूसरी तरफ़ प्रज्ञा ठाकुर जैसी नेता का कोई अता पता नहीं है। अंत में सैय्यद सऊद हसन ने कहा भोपाल की जनता ऐसे नेताओं को कभी माफ़ नहीं करेगी और सही समय आने पर सबक़ सिखाएगी
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कुदरत का कहर भी जरूरी था साहब हर कोई खुद को खुदा समझ रहा था। जो कहते थे,मरने तक की फुरसत नहीं है वो आज मरने के डर से फुरसत में बेठे हैं। माटी का संसार है खेल सके तो खेल। बाजी रब के हाथ है पूरा साईंस फेल ।। मशरूफ थे सारे अपनी जिंदगी की उलझनों में,जरा सी जमीन क्या खिसकी सबको ईश्वर याद आ गया ।। ऐसा भी आएगा वक्त पता नहीं था, इंसान डरेगा इंसान से ही पता नहीं था
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