*दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में चल रहे प्रदर्शन को देखते हुए महिलाओं का एक समूह यूपी के इलाहाबाद में भी इस कानून के खिलाफ मंसूर अली पार्क में बैठना शुरू कर दिया है। महिलाओं का कहना है कि यदि दिल्ली में कड़ाके की ठंड में कोई बैठ सकता है तो हम क्यों नहीं।*
दिल्ली की महिलाएं ठंड में बैठ सकती हैं तो हम क्यों नहीं: बता दें कि एक निजी फर्म में काम करने वाली 26 वर्षीय सारा अहमद ने कहा कि “हम इस असंवैधानिक (नागरिकता) कानून और NRC के खिलाफ हैं। ज्यादातर महिलाएं एक भारतीय नागरिक के रूप में यहां बैठी हैं। यहां सभी आयु वर्ग और धर्मों के लोग हैं। हम इसे दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन की तरह बनाएंगे। अगर दिल्ली की महिलाएं ठंड में बाहर बैठ सकती हैं, तो हम क्यों नहीं? हम यहां 24 घंटे बैठेंगे और आने वाले दिनों में अपना विरोध जारी रखेंगे और यह बंद नहीं होगा।”
सभी आयु वर्ग के लोग इस विरोध का हिस्सा हैं: उन्होंने आगे कहा कि "मुझे लगता है कि इससे महिलाए सबसे ज्यादा पीड़ित होगी, इसलिए हम लोग इनके अधिकारों की लड़ाई में आगे से नेतृत्व करेंगे।" नीट (NEET) की तैयारी कर रही लाईबा शमीम (19) ने कहा कि सभी आयु वर्ग के लोग इस विरोध का हिस्सा हैं। “जो कोई भी इस विरोध का दौरा करता है, वह देख सकता है कि पांच साल लेकर 70 साल तक के लोग यहां मौजूद हैं। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। हम सीएए-एनआरसी के खिलाफ हैं और अपनी आवाज उठा रहे हैं। ”
महिलाएं कर सकती है तो मैं क्यों नहीं: एक अन्य प्रदर्शनकारी गायत्री गांगुली (62) ने कहा कि, “मैं यहां विरोध के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए आई हूं। मैं पूरी रात यहां बैठूंगी क्योंकि अगर ये महिलाएं कर सकती हैं तो मैं भी कर सकती हूं। ”
यह धर्म के बारे में नहीं है: बता दें कि किशोर बच्चों की मां तरन्नुम खान (40) ने कहा कि यह विरोध लोगों के अधिकारों के लिए है। खान ने कहा कि, “हम अपने अधिकारों के लिए यहां हैं। यहां सभी समुदायों के लोग हैं। यह धर्म के बारे में नहीं बल्कि हमारे संविधान के बारे में है। ” तरन्नुम खान 14 और 16 साल के दो बच्चे है।
उनकी योजना के बारे में पता नहीं है: इस बीच पुलिस ने कहा कि वे प्रदर्शनकारियों से अपने धरने को बंद करने का आग्रह कर रहे हैं। एसएसपी (इलाहाबाद) सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा कि,“महिलाओं का एक समूह पार्क में इकट्ठा हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर हैं। वे महिलाओं से बात कर रहे हैं। वे सीएए, एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हमें उनकी योजना के बारे में पता नहीं है, लेकिन हम उनके साथ बातचीत कर रहे हैं। हम उन्हें बता रहे हैं कि शहर के लोग पहले ही विरोध कर चुके हैं। हमने उनसे कहा कि ठंड में बैठना व्यर्थ है। हालात नियंत्रण में हैं और हम इसकी निगरानी रख रहे हैं। CAPACITY NEWS