*_ट्रक एवं स्कूली बच्चों से भरी मार्शल जीप व ट्रक मे हुई टक्कर दुर्घटना मे 15 से अधिक बच्चे हुए घायल, 1 बच्चे की मौत की खबर_ ••?*

 *मनगवां बड़ी खबर*


*_ट्रक एवं स्कूली बच्चों से भरी मार्शल जीप व ट्रक मे हुई टक्कर दुर्घटना मे 15 से अधिक बच्चे हुए घायल, 1 बच्चे की मौत की खबर_ ••?*


मनगवा थाना क्षेत्र में हुआ बड़ा सडक हादसा,  स्कूली बच्चों को लेकर मनगवा चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल जा रही बच्चों से भरी मार्शल जो ट्रक से भिड़ गई हैं, 
जिस दुर्घटना मे वाहन में सवार 15 से अधिक बच्चे घायल बताए जा रहे हैं, जिसमे 2 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही हैं, सूत्रो के मुताविक स्कूली वाहन मे सवार 1 मासूम बच्चे घटना मे मौत हो जाने की खबर है ,
फिलहाल पुलिस ने घटना मे गम्भीर घायल बच्चो को 108 की मदद से रीवा  संजय गांधी अस्पताल मे भर्ती कराया गया है, व अन्य घायल बच्चों को मामूली चोट आने से उन्हे नजदीक के अस्पताल मे ले जाया गया है, यह घटना इलाहाबाद ओवर ब्रिज के नीचे की बताई जा रही हैं , पुलिस मौके पर पहुंची है व घटना की जांच पड़ताल में जुट गई हैं,
*शवाल यह कि ••❓* जब शासन ने आटो , टैक्सी  जीप , व मारुति वैन मे स्कूली बच्चो को ढोने प्रतिबंधित किया गया है, इसके बाबजूद स्कूल प्रबंधन द्वारा शासन के नियमो की धज्जियां क्यो उड़ाई गई, आखिर स्थानीय पुलिस व जिम्मेदार इस पर गम्भीर क्यो नही ••? पुलिस के सामने ये अवैध वाहन जो सरपट दौडते रह्ते है ,आखिर कानून वाले कार्यवाही क्यो नही करते, 
अब बड़ा शवाल उन जिम्मेदारो से- कि घटना मे मृत मासूम बच्चे का व घायल बच्चो का असल जिम्मेदार कौन होगा capacity news 


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<no title>*ब्रेकिंग* भोपाल कलेक्टर का आदेश। केंद्र द्वारा दी गयी राहत का भोपाल में नहीं होगा असर। केंद्र ने दी है दुकानें खोलने की छूट। राज्यों को दिए हैं दुकान खोलने के मामले में फैसला लेने का अधिकार। भोपाल कलेक्टर ने आज आदेश जारी करके कहा कि 3 मई तक कोई छूट नहीं रहेगी। 3 मई के बाद समीक्षा करके आगे का फैसला लिया जाएगा।
*पत्रकारों के लिए क्या....?* केंद्र सरकार और प्रदेश की सरकार के द्वारा जिस तरह बीपीएल कार्ड धारियों, श्रमिकों और किसानों इत्यादि को जिस तरह से राहत राशियां एवं मुफ्त खाद्य सामग्री प्रदान करने की घोषणा की गई है, क्या इसी तरह पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले पत्रकारों के हितों का भी सरकारों के द्वारा ख्याल नहीं रखना चाहिए? देश में आज नाम मात्र के बराबर अपने जोखिम भरे कार्यों के बदले पारितोषिक प्राप्त करने वाले पत्रकारों की संख्या नगण्य है। *ज्यादातर पत्रकार बगैर किसी सैलरी या मेहनताने के काम करते हैं,* ऐसी स्थितियों में उन पत्रकारों को भी अपने घर परिवार के भरण-पोषण विशेषकर ऐसी विकराल परिस्थितियों में तो और भी कठिन चुनौतियों से गुजरना पड़ता है। *क्या ऐसी स्थितियों में हमारी सरकारों को पत्रकारों के प्रति भी संवेदनशील नहीं होना चाहिए??* पत्रकारिता जैसे चुनौतीपूर्ण कार्य करने वाले उन सभी पत्रकारों को हमारी सरकारों के द्वारा कुछ ना कुछ राहत राशि प्रदान कर संबल प्रदान करने की आवश्यकता है। जिससे कि आने वाले समय में लोकतंत्र का यह चौथा स्तंभ और मजबूती के साथ खड़ा होकर अपनी जिम्मेदारियों को भरपूर तरीके से कार्यों का निर्वहन कर सके। कहते हैं *भूखे भजन न होय गोपाला, जा धरी तुम्हारी कंठी माला।।* भूखे पेट समाज सेवा नहीं होती, समाज को सजगता प्रदान करने हेतु अपनी कलम के माध्यम से प्रेरित कर लोगों को आगाह करने वाला लोकतंत्र का यह *चौथा स्तंभ आज पूरी तरह उपेक्षा का शिकार* है। जिस पर हमारी *सरकारों एवं जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की आवश्यकता* है । 🙏🏻🙂🙏🏻🤷🏻‍♂✒️✒️
मध्यप्रदेश युवक कॉंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैय्यद सऊद हसन द्वारा जारी किया गया Facebook Post काफ़ी चर्चा का विषय बन गया है। इस में उन्होंने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का लापता होने की बात कही है। इंगलैंड की De. Montfort University Students Union (डि. मॉंट्फ़ोर्ट यूनिवर्सिटी छात्र संघ) के उपाध्यक्ष (वाइस प्रेज़िडेंट) रह चुके इस युवा नेता ने बताया कि भोपाल सांसद लगातार ग़ायब हैं और इस कोरोना महामारी की मार झेल रहे भोपाल जिसने उन्हें सांसद बनाया उस शहर की उन्हें कोई चिंता नहीं। जहाँ एक तरफ़ कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह लगातार मध्यप्रदेश की जनता के भलाई का काम कर रहे हैं वही दूसरी तरफ़ प्रज्ञा ठाकुर जैसी नेता का कोई अता पता नहीं है। अंत में सैय्यद सऊद हसन ने कहा भोपाल की जनता ऐसे नेताओं को कभी माफ़ नहीं करेगी और सही समय आने पर सबक़ सिखाएगी
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