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*CAB का असर! केंद्र ने J&K से वापस बुलाई पैरामिलिट्री फोर्स, असम के लिए रवाना की CRPF की कई कंपनियां*
Updated: Dec 11 2019 03:42 PM |
Citizenship Amendment Bill (CAB): केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से पैरामिलिट्री फोर्सेज को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि सरकार ने कश्मीर घाटी में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति सुधरने के बाद यह फैसला लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैली से सीआरपीएफ की 10 कंपनियां असम के लिए रवाना हो चुकी हैं। जबकि 20 कंपनियां अभी और भेजी जाएंगी। इसके साथ ही एक स्पेशल ट्रेन भी जवानों के लिए चलाई गई है। गौरतलब है नागरिक संशोधन विधेयक (CAB) के मद्देनजर असम में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।
असम में महौल गर्म: CAB बिल के विरोध में असम में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके मद्देनजर केंद्र ने मणिपुर से असम में लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना की टुकड़ियां स्पेशल ट्रेन से दीमापुर भेजी हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद वहां पर काफी मात्रा में सेना-अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी, लेकिन अब असम के हालात के मद्देनजर जवानों को वहां भेजा जा रहा है।
नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध: कैब के खिलाफ असम में व्यापक विरोध प्रदर्शन जारी है और राज्य सचिवालय के निकट छात्रों के एक बड़े समूह और पुलिस के बीच बुधवार को झड़प हुई। सभी दिशाओं से बड़ी संख्या में छात्रों को सचिवालय की ओर बढ़ते देखा गया। वहीं एक अन्य समूह गणेशगुरी क्षेत्र तक पहुंच गया जिससे सचिवालय सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर है।
जगह-जगह प्रदर्शन: छात्रों ने जीएस रोड पर अवरोधक को तोड़ दिया जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया। छात्रों पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए जिसे पुलिसकर्मियों पर छात्रों ने उठाकर फेंका। छात्रों ने बताया कि उनमें से कई लाठीचार्ज में घायल हो गए। उन्होंने कहा, ''सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में बर्बर सरकार है। जब तक कैब वापस नहीं लिया जाता है तब तक हम किसी दबाव में नहीं आएंगे।'' गुवाहाटी के अलावा डिब्रूगढ़ जिले में प्रदर्शनकारियों की झड़प पुलिस से हुई और पत्थरबाजी में एक पत्रकार घायल हो गया। capacity news