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*'JMI छात्र भी छीन सकता है शाह की गद्दी, मोदी जैसे अनपढ़ नहीं रहेगा', जामा मस्जिद में नमाज के बाद भाषण*
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में शुक्रवार (27 दिसंबर) को दिल्ली की जामा मस्जिद में विरोध प्रदर्शन किए गए। इस दौरान कांग्रेस नेता अलका लांबा और दिल्ली के पूर्व विधायक शोएब इकबाल भी प्रदर्शनकारियों के साथ थे। प्रदर्शन के दौरान एक नेता ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर कई कटाक्ष किए।
उन्होंने भाषण में कहा कि 'जामिया का स्टूडेंट अमित शाह की कुर्सी भी छिन सकता है। जामिया का स्टूडेंट आने वाले 30 साल बाद आपकी कुर्सी छिन सकता है। जामिया के स्टूडेंट आने वाले समय में होम मिनिस्टर अमित शाह की कुर्सी छीनकर आने वाले वक्त में होम मिनिस्टर बन सकता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री पर सवाल खड़े करते हुए कहा 'जामिया का स्टूडेंट आईपीएस और आईएएस भी बनेगा लेकिन प्रधानमंत्री की तरह अनपढ़ नहीं रहेगा। वह बिना डिग्री के देश के प्रधानमंत्री बने हैं। प्रधानमंत्री ये सोचते हैं कि उन्होंने रामलीला मैदान से भाषण दे दिया तो हिंदुस्तान के लोगों ने अमन और शांति कायम कर ली। अमन और शांति है। मैं आखिरी सांस तक बार-बार ये कहता रहूंगा।'
इस दौरान कांग्रेस नेता अलका लांबा ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, 'देश में असल मुद्दा बेरोजगारी का है लेकिन आप (प्रधानमंत्री) लोगों को एनआरसी के लिए लाइन में खड़ा करना चाहते हैं जैसा नोटबंदी के दौरान किया गया था। देश और संविधान के लिए लोकतंत्र की आवाज उठाना आवश्यक है। केंद्र सरकार तानाशाह नहीं हो सकती और लोगों पर अपना एजेंडा नहीं थोप सकती है।'
बता दें कि यह पहले मौका नहीं है जब जामा मस्जिद के बाहर सैकड़ों की तादाद में लोग एकत्रित हुए हों। इससे पहले बीते हफ्ते भी शुक्रवार को नमाज के बाद लोग एकत्रित हुए थे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस पहले से मुस्तैद रही। इस दौरान ड्रोन कैमरों के जरिए इलाके की निगरानी की गई capacity news