.अब फैसला आप खुद को करना है मजबूर बनना है या मजबूत ।

सोचो समझो विचार करो--


*जो भी सरपंच पद का दावेदर है उस को ये लिस्ट थमा दो...*
अब फैसला आप खुद को करना है मजबूर बनना है या मजबूत ।


*01.* मुख्य स्थानों पीने की पानी की समुचित व्यवस्था हो।
*02.* गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
*03.* मुख्य रास्तो पर लाइट की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
*04.* ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत ई मित्र की नि:शुल्क व्यवस्था होनी चाहिये ।
*05.* अपने लोगो का नही बल्कि योग्य परिवारो को पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, एवं सभी योजनाओं का लाभ लोगो तक पहुँचाना ।
*06.* मेरे नोजवान भाईयो के लिए खेल मैदान,  समुचित व्य्वस्था होनी चाहिए |
*07.* धार्मिक मेले के लिए कमेटी बनाकर समुचित व्यवस्था करना।
*08.* गरीब-अमीर सभी को सरकार की हर स्कीम का फायदा करवाए।
*09.* ग्राम पंचायत के बजट को आम जनता के बीच रखकर आम जनता के हित में कार्य करवाएगा।
*10.* ग्राम पंचायत में वार्षिक बैठक के दौरान ग्राम में वर्ष भर में कितना विकास कार्य हुआ, कितना खर्च हुआ, कितना बचत है संपूर्ण विवरण आम जनता को बताये |
*11.* ग्राम पंचायत के बजट का एक भी पैसा कमीशन / रिश्वत के रूप में नहीं जाने दे।
*12.* ग्राम पंचायत के युवाओं को रोजगार दिलवाने की मजबूत पैरवी करे।
*13.* ग्राम पंचायत के मजदूर वर्ग के लोगों को सरकार द्वारा मिलने वाला सहयोग प्रदान करवाने की मजबूत पैरवी करना एवं सहायता दिलवाना।
*14.* शिक्षा के क्षैत्र में गुणवत्ता प्रदान करवाना एवं शिक्षा के स्तर को बढ़ाना।
*15.* ग्राम पंचायत मैं चिकित्सा सेवा की कुशल व्यवस्था करना, योग्य चिकित्सको की सेवाएं प्रदान करवाएगा ।
*16.* ग्राम पंचायत को गरीबी मुक्त बनाना इसके लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध करवाना।
*17.* ग्राम पंचायत के सभी परिवारों को विद्युत कनेक्शन से जोड़कर अंधेरा मुक्त ग्राम पंचायत बनाना।
*18.* ग्राम पंचायत के सभी मुख्य मार्गों का डामरीकरण, सीसी रोड़ करवाना।
*19.* स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाना एवं गांव के सार्वजनिक स्थल पर शौचालय बनाना।
*20.* ग्राम पंचायत पर जनसुनवाई केंद्र स्थापित करना और आम समस्या का समाधान करना।
*21.* पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था करवाने के प्रयास करना |
*22.* सरकारी योजनाओं का बीपीएल और पैशन धारियों को सीधा फायदा दिलवाना।
*23.* ग्राम पंचायत में हर दुकान के आगे कचरा पात्र लगाना।
*24.* सरपंच का लक्ष्य जनता का पैसा जनता को मिले।
*25.* हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो गांव का चहुंमुखी विकास करे। गांव में भेदभाव के बजाए मेल-मिलाप पर ध्यान दें।
*26.* गांव का सरपंच शिक्षित होना चाहिए जो गांव की कमियों को दूर कर सकें। शिक्षित उम्मीदवार ही गांव को बेहतर बना सकता है ।
*27.* हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो सरकार द्वारा गांव के विकास के लिए भेजी गई राशि का सदुपयोग कर सकें।
*28.* सरपंच ऐसा हो जो गांव के लोगों की समस्या को प्राथमिकता से लेकर उन्हें हल करवाएं। जिससे गांव का हर व्यक्ति अपने सरपंच से सहानुभूति रख सकें।
*29.* ग्राम पंचायत का प्रतिनिधि ऐसा हो जो हर दफ्तर में जाकर बिन हिचकाहट अपनी बात रखें और कार्य करवाने में सफल हो। 
*30.* हमारे प्यारे से सरपंच साहब ऐसे हो कि प्रतिवर्ष 1000 वृक्ष लगाने का लक्ष्य हो और उन वृक्षों को समय-समय पर खाद और पानी देने की व्यवस्था करेंl


*ज्यादा से ज्यादा शेयर करे...*
ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक बने और सही सरपँच बनकर हर एक एक गांव गांव गली गली का विकास हो।


निवेदन-मत आपका अपना है जरूरी नही की मैं जिसे करू मतदान उसे आप भी करो मत आपका गांव आपका भविष्य आपके हाथ है सोच समझकर आपके नही तो कम से आने वाले भविष्य के बारे में सोचे capacity news 


Popular posts
<no title>*ब्रेकिंग* भोपाल कलेक्टर का आदेश। केंद्र द्वारा दी गयी राहत का भोपाल में नहीं होगा असर। केंद्र ने दी है दुकानें खोलने की छूट। राज्यों को दिए हैं दुकान खोलने के मामले में फैसला लेने का अधिकार। भोपाल कलेक्टर ने आज आदेश जारी करके कहा कि 3 मई तक कोई छूट नहीं रहेगी। 3 मई के बाद समीक्षा करके आगे का फैसला लिया जाएगा।
*पत्रकारों के लिए क्या....?* केंद्र सरकार और प्रदेश की सरकार के द्वारा जिस तरह बीपीएल कार्ड धारियों, श्रमिकों और किसानों इत्यादि को जिस तरह से राहत राशियां एवं मुफ्त खाद्य सामग्री प्रदान करने की घोषणा की गई है, क्या इसी तरह पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले पत्रकारों के हितों का भी सरकारों के द्वारा ख्याल नहीं रखना चाहिए? देश में आज नाम मात्र के बराबर अपने जोखिम भरे कार्यों के बदले पारितोषिक प्राप्त करने वाले पत्रकारों की संख्या नगण्य है। *ज्यादातर पत्रकार बगैर किसी सैलरी या मेहनताने के काम करते हैं,* ऐसी स्थितियों में उन पत्रकारों को भी अपने घर परिवार के भरण-पोषण विशेषकर ऐसी विकराल परिस्थितियों में तो और भी कठिन चुनौतियों से गुजरना पड़ता है। *क्या ऐसी स्थितियों में हमारी सरकारों को पत्रकारों के प्रति भी संवेदनशील नहीं होना चाहिए??* पत्रकारिता जैसे चुनौतीपूर्ण कार्य करने वाले उन सभी पत्रकारों को हमारी सरकारों के द्वारा कुछ ना कुछ राहत राशि प्रदान कर संबल प्रदान करने की आवश्यकता है। जिससे कि आने वाले समय में लोकतंत्र का यह चौथा स्तंभ और मजबूती के साथ खड़ा होकर अपनी जिम्मेदारियों को भरपूर तरीके से कार्यों का निर्वहन कर सके। कहते हैं *भूखे भजन न होय गोपाला, जा धरी तुम्हारी कंठी माला।।* भूखे पेट समाज सेवा नहीं होती, समाज को सजगता प्रदान करने हेतु अपनी कलम के माध्यम से प्रेरित कर लोगों को आगाह करने वाला लोकतंत्र का यह *चौथा स्तंभ आज पूरी तरह उपेक्षा का शिकार* है। जिस पर हमारी *सरकारों एवं जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की आवश्यकता* है । 🙏🏻🙂🙏🏻🤷🏻‍♂✒️✒️
मध्यप्रदेश युवक कॉंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैय्यद सऊद हसन द्वारा जारी किया गया Facebook Post काफ़ी चर्चा का विषय बन गया है। इस में उन्होंने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का लापता होने की बात कही है। इंगलैंड की De. Montfort University Students Union (डि. मॉंट्फ़ोर्ट यूनिवर्सिटी छात्र संघ) के उपाध्यक्ष (वाइस प्रेज़िडेंट) रह चुके इस युवा नेता ने बताया कि भोपाल सांसद लगातार ग़ायब हैं और इस कोरोना महामारी की मार झेल रहे भोपाल जिसने उन्हें सांसद बनाया उस शहर की उन्हें कोई चिंता नहीं। जहाँ एक तरफ़ कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह लगातार मध्यप्रदेश की जनता के भलाई का काम कर रहे हैं वही दूसरी तरफ़ प्रज्ञा ठाकुर जैसी नेता का कोई अता पता नहीं है। अंत में सैय्यद सऊद हसन ने कहा भोपाल की जनता ऐसे नेताओं को कभी माफ़ नहीं करेगी और सही समय आने पर सबक़ सिखाएगी
Image
कुदरत का कहर भी जरूरी था साहब हर कोई खुद को खुदा समझ रहा था। जो कहते थे,मरने तक की फुरसत नहीं है वो आज मरने के डर से फुरसत में बेठे हैं। माटी का संसार है खेल सके तो खेल। बाजी रब के हाथ है पूरा साईंस फेल ।। मशरूफ थे सारे अपनी जिंदगी की उलझनों में,जरा सी जमीन क्या खिसकी सबको ईश्वर याद आ गया ।। ऐसा भी आएगा वक्त पता नहीं था, इंसान डरेगा इंसान से ही पता नहीं था
एल बी एस हॉस्पिटल पर इलाज न करने का आरोप