महाराष्ट्र संकट: घर में अकेले बैठे रहे अजित पवार, होटल हयात में साथ रहने की कसमें खाने जुटे शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस के विधायक*

*महाराष्ट्र संकट: घर में अकेले बैठे रहे अजित पवार, होटल हयात में साथ रहने की कसमें खाने जुटे शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस के विधायक*
Updated: Nov 25 2019 08:19 PM |


महाराष्ट्र में जारी सियासी खींचतान के बीच शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस ने मुंबई के होटल ग्रैंड हयात में शक्ति प्रदर्शन किया। बालासाहब थरोट ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल को 162 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी है। ये सभी विधायक होटल हयात में मौजूद हैं। इन विधायकों को उद्धव ठाकरे, शरद पवार सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया। इस बीच उप-मुख्यमंत्री अजित पवार अपने घर पर अकेले बैठे रहे। उनसे मिलने इक्का-दुक्का पार्टी कार्यकर्ता आते रहे। अजित पवार से मुलाकात के बाद निकले एक समर्थक ने एबीपी न्यूज को बताया कि वह घर पर अकेले हैं।


तीनों दलों के विधायकों के शपथ ग्रहण से पहले शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ सत्ता के लिए नहीं है, हमारी लड़ाई सत्यमेव जयते के लिए है। जितना आप हमें तोड़ने की कोशिश करेंगे, उतना ही हम मजबूत होंगे। उद्धव ठाकरे के बाद शरद पवार ने भी अपनी बात रखी और कहा कि हम महाराष्ट्र के लोगों के लिए साथ आए हैं। राज्य में बिना बहुमत के सरकार बनायी गई है। कर्नाटक, गोवा, मणिपुर में भी भाजपा ने बिना बहुमत के सरकार बनायी।


शरद पवार ने कहा कि हमें बहुमत साबित करने में कोई परेशानी नहीं होगी। जो लोग पार्टी से बर्खास्त हैं, वह कोई आदेश नहीं दे सकते। फ्लोर टेस्ट के दिन मैं 162 से ज्यादा विधायकों के साथ आऊंगा। यह गोवा नहीं है, यह महाराष्ट्र है। एनसीपी चीफ ने ये भी कहा कि पार्टी का कोई विधायक भाजपा का समर्थन नहीं करेगा, इसकी जिम्मेदारी मेरी है। शरद पवार ने अजित पवार पर पार्टी को गुमराह करने का आरोप लगाया।


शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस विधायकों ने शपथ लेते हुए कहा कि "मैं शपथ लेता हूं कि शरद पवार, उद्धव ठाकरे और सोनिया गांधी के नेतृत्व में मैं मेरी पार्टी के प्रति ईमानदार नहीं रहूंगा। मैं किसी तरह के लालच में नहीं आऊंगा। मैं ऐसा कुछ नहीं करुंगा, जिससे भाजपा को फायदा मिले।" capacity news 


Popular posts
<no title>*ब्रेकिंग* भोपाल कलेक्टर का आदेश। केंद्र द्वारा दी गयी राहत का भोपाल में नहीं होगा असर। केंद्र ने दी है दुकानें खोलने की छूट। राज्यों को दिए हैं दुकान खोलने के मामले में फैसला लेने का अधिकार। भोपाल कलेक्टर ने आज आदेश जारी करके कहा कि 3 मई तक कोई छूट नहीं रहेगी। 3 मई के बाद समीक्षा करके आगे का फैसला लिया जाएगा।
*पत्रकारों के लिए क्या....?* केंद्र सरकार और प्रदेश की सरकार के द्वारा जिस तरह बीपीएल कार्ड धारियों, श्रमिकों और किसानों इत्यादि को जिस तरह से राहत राशियां एवं मुफ्त खाद्य सामग्री प्रदान करने की घोषणा की गई है, क्या इसी तरह पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले पत्रकारों के हितों का भी सरकारों के द्वारा ख्याल नहीं रखना चाहिए? देश में आज नाम मात्र के बराबर अपने जोखिम भरे कार्यों के बदले पारितोषिक प्राप्त करने वाले पत्रकारों की संख्या नगण्य है। *ज्यादातर पत्रकार बगैर किसी सैलरी या मेहनताने के काम करते हैं,* ऐसी स्थितियों में उन पत्रकारों को भी अपने घर परिवार के भरण-पोषण विशेषकर ऐसी विकराल परिस्थितियों में तो और भी कठिन चुनौतियों से गुजरना पड़ता है। *क्या ऐसी स्थितियों में हमारी सरकारों को पत्रकारों के प्रति भी संवेदनशील नहीं होना चाहिए??* पत्रकारिता जैसे चुनौतीपूर्ण कार्य करने वाले उन सभी पत्रकारों को हमारी सरकारों के द्वारा कुछ ना कुछ राहत राशि प्रदान कर संबल प्रदान करने की आवश्यकता है। जिससे कि आने वाले समय में लोकतंत्र का यह चौथा स्तंभ और मजबूती के साथ खड़ा होकर अपनी जिम्मेदारियों को भरपूर तरीके से कार्यों का निर्वहन कर सके। कहते हैं *भूखे भजन न होय गोपाला, जा धरी तुम्हारी कंठी माला।।* भूखे पेट समाज सेवा नहीं होती, समाज को सजगता प्रदान करने हेतु अपनी कलम के माध्यम से प्रेरित कर लोगों को आगाह करने वाला लोकतंत्र का यह *चौथा स्तंभ आज पूरी तरह उपेक्षा का शिकार* है। जिस पर हमारी *सरकारों एवं जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की आवश्यकता* है । 🙏🏻🙂🙏🏻🤷🏻‍♂✒️✒️
मध्यप्रदेश युवक कॉंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैय्यद सऊद हसन द्वारा जारी किया गया Facebook Post काफ़ी चर्चा का विषय बन गया है। इस में उन्होंने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का लापता होने की बात कही है। इंगलैंड की De. Montfort University Students Union (डि. मॉंट्फ़ोर्ट यूनिवर्सिटी छात्र संघ) के उपाध्यक्ष (वाइस प्रेज़िडेंट) रह चुके इस युवा नेता ने बताया कि भोपाल सांसद लगातार ग़ायब हैं और इस कोरोना महामारी की मार झेल रहे भोपाल जिसने उन्हें सांसद बनाया उस शहर की उन्हें कोई चिंता नहीं। जहाँ एक तरफ़ कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह लगातार मध्यप्रदेश की जनता के भलाई का काम कर रहे हैं वही दूसरी तरफ़ प्रज्ञा ठाकुर जैसी नेता का कोई अता पता नहीं है। अंत में सैय्यद सऊद हसन ने कहा भोपाल की जनता ऐसे नेताओं को कभी माफ़ नहीं करेगी और सही समय आने पर सबक़ सिखाएगी
Image
कुदरत का कहर भी जरूरी था साहब हर कोई खुद को खुदा समझ रहा था। जो कहते थे,मरने तक की फुरसत नहीं है वो आज मरने के डर से फुरसत में बेठे हैं। माटी का संसार है खेल सके तो खेल। बाजी रब के हाथ है पूरा साईंस फेल ।। मशरूफ थे सारे अपनी जिंदगी की उलझनों में,जरा सी जमीन क्या खिसकी सबको ईश्वर याद आ गया ।। ऐसा भी आएगा वक्त पता नहीं था, इंसान डरेगा इंसान से ही पता नहीं था
एल बी एस हॉस्पिटल पर इलाज न करने का आरोप