महाराष्ट्र मामले में अर्जेंट सुनवाई करने पर बिफरीं महबूबा मुफ्ती की बेटी- सुप्रीम कोर्ट को सरकार बनाने की चिंता है, पर 80 लाख लोगों की नहीं!* Updated: Nov 24 2019 09:49 PM | 

*महाराष्ट्र मामले में अर्जेंट सुनवाई करने पर बिफरीं महबूबा मुफ्ती की बेटी- सुप्रीम कोर्ट को सरकार बनाने की चिंता है, पर 80 लाख लोगों की नहीं!*
Updated: Nov 24 2019 09:49 PM | 


महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा अर्जेंट सुनवाई करने पर हैरानी जतायी। इल्तिजा मुफ्ती ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा जम्मू कश्मीर में जारी लॉकडाउन के मुद्दे पर अर्जेंट सुनवाई ना किए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की। इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी मां और जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट कर लिखा कि "हैरानी है कि सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी कानूनी प्रक्रियाओं के मुद्दे पर अर्जेंट सुनवाई की, लेकिन उन्होंने जम्मू कश्मीर में बीते 5 अगस्त से करीब 80 लाख लोगों के लॉकडाउन में होने के मुद्दे पर यह जरुरी नहीं समझा।"


बता दें कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को सीएम और अजित पवार को डिप्टी सीएम पद शपथ दिलाने के राज्यपाल के फैसले के खिलाफ शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की और कोर्ट से इस पर जल्द सुनवाई की मांग की। कोर्ट ने भी इस मसले पर रविवार को सुनवाई की।


जिस पर इल्तिजा मुफ्ती ने हैरानी जाहिर की है। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में बीती 5 अगस्त को आर्टिकल 370 के प्रावधान हटा दिए गए थे, जिसके बाद से ही वहां इंटरनेट समेत कई अन्य चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। घाटी में लॉकडाउन के हालात हैं।


Curious case of Supreme Court. Does an urgent hearing on Sunday to decide legalities of government formation in Maharashtra but doesn't deem it necessary to do the same for 8 million people under lockdown in J&K since 5th August.


— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 24, 2019


कश्मीर में जारी लॉकडाउन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दाखिल की गई। कश्मीर टाइम्स की कार्यकारी संपादक अनुराधा भसीन द्वारा भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर केन्द्र सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को चुनौती दी गई। जिस पर सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने सुनवाई की और केन्द्र सरकार से पूछा कि घाटी में लॉकडाउन की स्थिति कब तक लागू रहेगी?


यूरोपीय संघ के एक प्रतिनिधि मंडल ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया था। सरकार घाटी में हालात सामान्य होने का दावा कर रही है और कह रही है कि घाटी में धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। बता दें कि पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला समेत कई नेता बीती 5 अगस्त से ही नजरबंद हैं।


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