इस कार्यक्रम में उपस्थित यातायात सूबेदार अजय प्रताप सिंह आरक्षक विनय सिंह चौहान कुंजलाल पटेल की अहम भूमिका रही*

*सरस्वती शिशु मंदिर में छात्र छात्राओं को यातायात के द्वारा किया गया जागरूक*


*सिंगरौली* श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय, के आदेश पालन में  सूबेदार अजयप्रताप सिंह व ट्रेफिक स्टाफ द्वारा जिला मुख्यालय पर स्थित सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलौन्जी में प्रधानाचार्य जी  व समस्त अध्यापकगण की मौजूदगी में लगभग 800 से अधिक छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा जागरूकता की जानकारी दी गई, जिसमें विद्यार्थीगण को स्कूल में मोटरसाइकिल से नही आने, 18 वर्ष की आयु से पहले वाहन न चलाने, ड्राइविंग लाईसेंस प्राप्त करने के बाद ही गाड़ी चलाना, बाइक या स्कूटी चलाते वक़्त उस पर दो से ज्यादा लोग ना बैठें, और 1 या 2 जो भी बैठें हेलमेट अवश्य पहनें वाहन तेज ना चलायें, इसके अलावा सड़क सुरक्षा से सम्बंधित अन्य नियमों जैसे कार आदि चलाते समय सीट बेल्ट कार मे बैठा हुआ हर व्यक्ति सीट बेल्ट बाँधे, नशे का सेवन कभी ना करें, सड़क पर अपनी ही लेन में वाहन चलाने, ओवर टेकिंग के समय सावधानी बरतने, पहले स्वयं नियमों का पालन करें फिर आपके परिवार और आसपास लोगों को सड़क नियम के पालन के लिए प्रेरित करें, जीवन में गुरूजन, माता-पिता द्वारा दिए निर्देशों का सदैव पालन करें, मोबाइल फोन का प्रयोग वाहन चलाते समय न करें, उच्च सफलताओं समय प्रबंधन करें, सड़क दुर्घटना में पीड़ित को तुरन्त प्राथमिक उपचार देने के लिए सजग बनें, traffic सिग्नल पर हमेशा रेड और हरी बत्ती का पालन करें, ज़ेब्रा क्रॉसिंग पर ही रोड क्रॉस करें, रोड को कभी भी दौड़कर क्रॉस नही करें, विभिन्न यातायात नियमो के पालन करने का वचन लिया व जीवन पर्यन्त ट्रेफिक नियमों के उल्लंघन न करने की शपथ भी दिलाई गई।।


 *इस कार्यक्रम में उपस्थित यातायात सूबेदार अजय प्रताप सिंह आरक्षक विनय सिंह चौहान कुंजलाल पटेल की अहम भूमिका रही*




 


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*पत्रकारों के लिए क्या....?* केंद्र सरकार और प्रदेश की सरकार के द्वारा जिस तरह बीपीएल कार्ड धारियों, श्रमिकों और किसानों इत्यादि को जिस तरह से राहत राशियां एवं मुफ्त खाद्य सामग्री प्रदान करने की घोषणा की गई है, क्या इसी तरह पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले पत्रकारों के हितों का भी सरकारों के द्वारा ख्याल नहीं रखना चाहिए? देश में आज नाम मात्र के बराबर अपने जोखिम भरे कार्यों के बदले पारितोषिक प्राप्त करने वाले पत्रकारों की संख्या नगण्य है। *ज्यादातर पत्रकार बगैर किसी सैलरी या मेहनताने के काम करते हैं,* ऐसी स्थितियों में उन पत्रकारों को भी अपने घर परिवार के भरण-पोषण विशेषकर ऐसी विकराल परिस्थितियों में तो और भी कठिन चुनौतियों से गुजरना पड़ता है। *क्या ऐसी स्थितियों में हमारी सरकारों को पत्रकारों के प्रति भी संवेदनशील नहीं होना चाहिए??* पत्रकारिता जैसे चुनौतीपूर्ण कार्य करने वाले उन सभी पत्रकारों को हमारी सरकारों के द्वारा कुछ ना कुछ राहत राशि प्रदान कर संबल प्रदान करने की आवश्यकता है। जिससे कि आने वाले समय में लोकतंत्र का यह चौथा स्तंभ और मजबूती के साथ खड़ा होकर अपनी जिम्मेदारियों को भरपूर तरीके से कार्यों का निर्वहन कर सके। कहते हैं *भूखे भजन न होय गोपाला, जा धरी तुम्हारी कंठी माला।।* भूखे पेट समाज सेवा नहीं होती, समाज को सजगता प्रदान करने हेतु अपनी कलम के माध्यम से प्रेरित कर लोगों को आगाह करने वाला लोकतंत्र का यह *चौथा स्तंभ आज पूरी तरह उपेक्षा का शिकार* है। जिस पर हमारी *सरकारों एवं जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की आवश्यकता* है । 🙏🏻🙂🙏🏻🤷🏻‍♂✒️✒️
मध्यप्रदेश युवक कॉंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैय्यद सऊद हसन द्वारा जारी किया गया Facebook Post काफ़ी चर्चा का विषय बन गया है। इस में उन्होंने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का लापता होने की बात कही है। इंगलैंड की De. Montfort University Students Union (डि. मॉंट्फ़ोर्ट यूनिवर्सिटी छात्र संघ) के उपाध्यक्ष (वाइस प्रेज़िडेंट) रह चुके इस युवा नेता ने बताया कि भोपाल सांसद लगातार ग़ायब हैं और इस कोरोना महामारी की मार झेल रहे भोपाल जिसने उन्हें सांसद बनाया उस शहर की उन्हें कोई चिंता नहीं। जहाँ एक तरफ़ कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह लगातार मध्यप्रदेश की जनता के भलाई का काम कर रहे हैं वही दूसरी तरफ़ प्रज्ञा ठाकुर जैसी नेता का कोई अता पता नहीं है। अंत में सैय्यद सऊद हसन ने कहा भोपाल की जनता ऐसे नेताओं को कभी माफ़ नहीं करेगी और सही समय आने पर सबक़ सिखाएगी
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