छिन्दवाड़ा जिले में स्वैच्छिक रक्तदान का कार्य एक अभियान का स्वरूप ग्रहण कर रहा है। हाल ही में छिन्दवाड़ा जिले में जिला चिकित्सालय में एक रक्तदान शिविर में 323 यूनिट ब्लड का संग्रहण अपने आप में एक रिकार्ड है। इसके पहले जिले में जब अडानी ग्रुप ने ग्राम चौसरा में रक्तदान शिविर लगाया था, तो 234 यूनिट ब्लड एकत्र हुआ था।
स्व. महेन्द्रनाथ की स्मृति में जब छिन्दवाड़ा जिला प्रशासन ने रक्तदान शिविर लगाया तब किसी को यह कल्पना भी नहीं थी कि इतनी बड़ी संख्या में स्वैच्छिक रक्तदाता आगे आयेंगे। यह रक्त सिकलसेल से पीड़ित मरीजों और कुपोषित बच्चों के लिये उपयोग में लाया जायेगा। उल्लेखनीय बात यह है कि छिन्दवाड़ा जिला जहाँ जनजातीय आबादी के साथ ही पिछड़ा वर्ग समुदाय की काफी आबादी है, वहाँ जागरूकता का स्तर इतना बेहतर है कि रक्तदाताओं में करीब एक चौथाई संख्या महिला रक्तदाताओं की होती है। मानवता के पक्ष में यह बात भी मायने रखती है।